पुण्योदय विद्यापथ

32 वाँ श्रावक संस्कार शिविर

दिनांक - 28 अगस्त 2025 गुरुवार से 06 सितम्बर 2025 शनिवार तक

स्थान - अग्रवाल पैलेस, रेल्वे स्टेशन के पास, अशोकनगर (मध्यप्रदेश)

अतिशयकारी आशीर्वाद
गणाग्रणी जिनसूर्य आचार्यश्रेष्ठ श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज

मंगल सन्निधि
श्रावक संस्कार शिविर के जनक तीर्थचक्रवर्ती जगतपूज्य निर्यापक श्रमण

मुनिपुंगव श्री 108 सुधासागर जी महाराज

क्षुल्लक श्री गंभीरसागर 'वर्णीजी' महाराज
क्षुल्लक श्री वरिष्ठसागर जी महाराज
क्षुल्लक श्री विदेहसागर जी महाराज

शिविर पुण्यार्जक

श्रृंगार परिवार, अशोकनगर

मातेश्वरी श्री कुसुमदेवी जी जैन, सुनील-सीमा, शैलेंद्र-कविता, संजीव-अंजू, मनीष-रिंकी, शैली-आयुष जी (सागर), शानू, सेजल, अंशिका, ख़ुशी, अतिशय, लिपि, नीनी, मोहित एवं गहना
शिविर पुण्यार्जक

भारत परिवार, अशोकनगर

मातेश्वरी श्रीमती समतादेवी जी, श्रीमती आशारानी जी, विकास-ममता, अभय-संगीता, रिंकू-रेशु, सिद्धार्थ (शालू भारत)- प्रतिभा, गौरव-ऐश्वर्या, स्वाति-अंकुर जी (पुणे), पीहू, कुहू, सर्वांग, अयांशी एवं जिनाया

धर्मानुरागी बन्धुवर, सादर जय जिनेन्द्र!

हमारे पुण्योदय से परम पूज्य प्रात: स्मरणीय महाकवि संत शिरोमणि आचार्य गुरुदेव श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं उनके आज्ञानुवर्ती शिष्य श्रावक संस्कार शिविरों के जनक परम पूज्य तीर्थचक्रवर्ती जगतपूज्य निर्यापक श्रमण मुनिपुंगवश्री 108 सुधासागर जी महाराज का “सुधामय अमृत वर्षायोग 2025” महती धर्म प्रभावना के साथ धर्मनगरी अशोकनगर में स्थापित हुआ है।

भौतिकवादी संस्कार विहीन पाश्चात्य संस्कृति की ओर दौड़ने वाले युग को भारतीय प्राचीन धार्मिक संस्कृति से संस्कारित करने हेतु गुरुकुल परम्परा के आधार पर श्रावक संस्कार शिविर के प्रणेता (जनक) पूज्य मुनिपुंगवश्री ने सर्वप्रथम सन 1991 में ललितपुर वर्षायोग के समय दशलक्षण पर्व को दस दिवसीय शिविर का रूप देकर श्रावकों को ऐसा संस्कारित किया कि आधुनिक भौतिकता की तरफ दौड़ने वाला युवा वर्ग पुन: धर्म को अपने जीवन का अंग मानने लगा। तब से अब तक निरंतर यह शिविर 31 वर्ष पूर्ण करता हुआ, सारे जगत में धर्मसंस्कारों का शंखनाद कर रहा है।

इस वर्ष 2025 में 32वाँ श्रावक संस्कार शिविर विशाल स्तर पर अग्रवाल पैलेस, रेल्वे स्टेशन के पास, अशोकनगर (मध्यप्रदेश) में आयोजित होने जा रहा है, जो अपना इतिहास स्वर्णांकित करेगा। आप भी इस अनुकरणीय संस्कार शिविर में प्रवेश लेकर अपना जीवन धन्य करें। इस परम धार्मिक अनुष्ठान में आपकी गरिमामय उपस्थिति सादर प्रार्थनीय है। इस दस दिवसीय ज्ञानगंगा में अवगाहन कर पुण्यार्जन कीजिये।

ऑनलाइन फॉर्म को भरने में आपको कहीं भी कोई असुविधा हो तो हमसे संपर्क कर सकते हैं।

शिविर परामर्शक - प्रतिष्ठाचार्य बा.ब्र. श्री प्रदीप भैयाजी 'सुयश' (अशोकनगर)
शिविर परामर्शक - बा.ब्र. श्री विनोद भैया जी (आधारताल)
शिविर निर्देशक - श्री हुकुम काका (कोटा)
शिविर निर्देशक - श्री दिनेश गंगवाल (जयपुर)

शिविर संयोजक

विवेक जैन अमरोद - 9425131927

विजय जैन धुर्रा - 9826516524

गौरव जैन भारत - 9826085846

गोलू जैन बाँझल - 9926466384

निलेश जैन टिंकल - 7566392777

पुनीत जैन (शानू श्रृंगार) - 8269235537

कलश बुकिंग व दान

सुनील अखाई (कोषाध्यक्ष) - 9832133140

CA अक्षय जैन अमरोद - 9685781520

सौरभ बाँझल - 7000279859

अतुल आनंद कटपीस - 7000438194

आहार व त्यागीव्रती भोजनशाला

उमेश जैन सिंघई - 9425131253

संजय जैन मूडरा - 9406572824

निर्मल जैन मिर्ची - 9406988588

राजू जैन पिपरई - 9425132043

आवास व्यवस्था

नितिन बज - 8982183222

निलेश बडकुल - 7000279402

प्रतीक जैन (सनी) - 9425429160

आयोजक – श्री दिगंबर जैन पंचायत, अशोकनगर

अध्यक्ष - राकेश जैन कांसल - 9425132030

महामंत्री - राकेश जैन अमरोद - 9425131933

निवेदक - श्री दिगंबर जैन दर्शनोदय अतिशय तीर्थक्षेत्र समिति, थूवौन जी, अशोकनगर

अध्यक्ष - अशोक जी (टिंगू) - 9425132065

महामंत्री - मनोज जैन (भैसरवास) - 9425407971

विनीत – सकल दिगंबर जैन समाज, अशोकनगर

शिविर पंजीयन फॉर्म

*  इस निशान वाले जानकारी को भरना अनिवार्य है।

 नियम व शर्ते पढ़कर ही ऑनलाइन फॉर्म भरे।

 

नियम व शर्ते

  1. शिविर के दौरान सभी शिविरार्थी का पूर्णतः गृह त्याग रहेगा।
  2. शिविर के रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड और दो फोटो संलग्न करना अनिवार्य है एवं शिविर की किट लेते समय आधार कार्ड की एक फोटोकॉपी जमा करवाना अनिवार्य है ।
  3. शिविर में केवल पंजीकृत पुरुष वर्ग ही नियमित रूप से भाग ले सकते हैं ।
  4. न्यूनतम 15 वर्ष से अधिकतम 60 वर्ष तक पूर्ण स्वस्थ व्यक्ति शिविर हेतु फॉर्म भर सकते है| 8 से 14 वर्ष तक के बालक भी शिविर मे भाग ले सकते है, अगर उनके कोई परिवारजन भी शिविर मे प्रवेश ले रहे हो तो।
  5. शिविर में प्रवेश के पूर्व शिवरार्थी को शेविंग व 2 नंबर trimmer द्वारा कटिंग करवाना अनिवार्य है
  6. अस्वस्थ व जिनको गंभीर बीमारी हो वह व्यक्ति अपना मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर आए एवं जिनकी दवाई आदि चलती है वह व्यक्ति शिविर संपर्क सूत्र पर चर्चा करके ही आवे
  7. रजिस्ट्रेशन के बाद प्राप्त टोकन के माध्यम से ही शिविरार्थी अपनी किट ले सकते हैं।
  8. शिविरार्थी की किट में शिविर से संबंधित पाठ्क्रम की पुस्तक, कॉपी, पेन, आसन, अमृतधारा, बाम, धोती दुपट्टा इत्यादि सामान होगा।
  9. सभी शिविरार्थियों को पंक्तिबद्ध होकर ही ध्यानस्थल तक आना होगा।
  10. शिविरार्थियों को धोती– दुपट्टा, अंतरंग वस्त्र, चटाई के अलावा अन्य सभी वस्त्रों एवं जूता चप्पल आदि का पूर्ण त्याग करना होगा।
  11. शिविरार्थी को स्नान एवं वस्त्रों को साफ करने के लिए साबुन का प्रयोग नही करना है।
  12. शिविरार्थी को चादर, टावल इत्यादि अपने साथ लाना अनिवार्य है।
  13. शिविर के दौरान शिविरार्थी को शेविंग एवं कटिंग कराने की अनुमति नहीं होगी।
  14. शिविर में मोबाईल फोन का उपयोग पूर्णतः वर्जित है।
  15. बाहर से आने वाले अतिरिक्त श्रावक श्राविकायें कक्षा एवं प्रवचन सभा आदि कार्यक्रमों में उपस्थित होकर धर्म लाभ ले सकते हैं।
  16. ध्यान के पश्चात सभी शिविरार्थियों को व्यवस्थित व अनुशासित ढंग से पंक्तिबद्ध होकर पूजा स्थल पर पहुंचना होगा।
  17. कक्षा समाप्त होने के बाद सभी शिविरार्थी को पुनः आवास स्थल तक पहुंचना होगा।
  18. शिविर के दौरान अगर कोई शिविरार्थी शिविर स्थल से अमानती सामान लेकर बाहर जाना चाहता है तो दो व्यक्तियों के हस्ताक्षर अनिवार्य होंगे।
  19. आहार के लिए सभी शिविरार्थी को कार्यक्रम स्थल से, उपलब्ध बसों के द्वारा ही जाना होगा एवं आहार के पश्चात पुनः कार्यक्रम स्थल पर ही लौट कर आना होगा।
  20. शिविरार्थी दिन में केवल एक बार भोजन के अतरिक्त शाम को अल्पहार आदि ले सकते हैं ।
  21. शिविर में निर्धारित नियमानुसार दैनिक चर्या एवं निर्देशों का पालन करना होगा।
  22. किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर शिविरार्थी को शिविर से निष्कासित किया जा सकता है।
  23. शिविर में अनुशासन, शांति एवं एकता बनाये रखना अनिवार्य हैं।